जनरल विपिन रावत के सीडीएस बनने से बौखलाया पाक, इस्लामाबाद में ओआईएस का सम्मेलन बुलाने की तैयारी
अबमिशन पीओके' दूर नहीं
नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपने 27 वें आमी चीफ जनरल विपिन रावत को पहला सीडीएस यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाकर एक सख्त संदेश दे दिया है कि भारत हर हाल में अपने नागरिकों की सुरक्षा करेगा और उस पर आंस उठाने वाले को माकूल नवाब दिया जाएगा। इस सख्त संदेश सेसबसे अधिक पड़ोसी देश पाकिस्तान घबराया हुआ है और उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कुछ गड़बड़ होने की आशंका से डर लग रहा है। इसके लिए उसने तैयारी करनी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और सेनाध्यक्ष जनरल वाजवा में आपसी बातचीत हो गई है। इमरान खान ने सेनाध्यक्ष को सतर्क भी कर दिया है। पाक में चर्चा हो रही है कि भारत सरकार अपने यहां मुस्लिमों के साथ ज्यादती कर रही है और उसे छिपाने के लिए पीओके में हमला करा सकती है। इसके जवाब में पाकिस्तानी आमी चीफ ने आश्वासन दिया है कि उनकी सेना भारत की किसी भी कार्रवाई का जवाब अबमिशन देने के लिए तैयार है। इसके साथ ही पाकिस्तानी सरकार कश्मीर मुद्दे को हवा देने के लिए इस्लामाबाद में जल्द ही इस्लामिक सहयोग संगठन के अगले सत्र को आयोजित करने की योजना बना रही है। भारत सरकार ने जनरल विपिन रावत को अगले तीन साल के लिए सीडीएस बनाया है। वह इस पद पर रहकर आमी, नेवी और एयरफोर्स के बीच ब्रिज का काम करेंगे। जनरल साथ ही यह संकेत दिया था कि अब भारत की तीन सैनाएं नहीं बल्कि सात सेनाएं होंगी। पद संभालते ही जनरल रावत ने देश की अभेद्य सुरक्षा के लिए वायु रक्षा कमान बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे पाकिस्तान बौखला गया है। अभी तक पाकिस्तानी सेना भारत की आर्मी और एयरफोर्स को चकमा देकर परेशान कर सकती थी लेकिन भारतीय सेना के तीनों अंग अब एक प्लेटफार्म पर होने से उनकी ताकत तीनगुना बड़ सकती है। इसका जवाब दे पाना बहुत ही मुश्किल होगा। इस अब बीच नये आमी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने आमी की कमान संभालते ही पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि वह आतंकियों की घुसपैठ और भारत पर हमले करवाने जैसे घिनौने कृत्यों से बाज न आया तो भारत को सीमा पार एहत्तियात हमला करने का अधिकार है। उनका इशारा सर्जिकल स्ट्राइक की ओर था। जनरल नरवणे की इस चेतावनी से भी पाक बौखलाया हुआ है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि भारतीय सेना प्रमुख का यह बयान गैरजिम्मेदाराना है और हमारी सेना पीओके में भारत के किसी भी आक्रामक कदम का उचित जवाब देगी। भारत सरकार ने रिटायरमेंट के बाद जनरल विपिन रावत को उनकी कूटनीतिज्ञ और सामरिक क्षमता को देखते हुए सीडीएस बनाया है। जनरल विपिन के कार्यकाल में सेना ने पाकिस्तान की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब दिया है और दो बार सर्जिकल स्ट्राइक को भी सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इसके बाद यह माना जा रहा है कि सरकार अपने मिशन पीओके पर काम कर सकती है। गृहमंत्री अमित शाह पहले ही कह चुके हैं कि पीओके और अक्साईचिन के बिना भारत अधूरा है। हाल ही में सीएए को संसद में पेश करने के बाद विपक्षी सांसदों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि पीओके हमारा है और वहां के रहने वाले भी हमारे हैं और हमने कश्मीर असेम्बली में 24 सीटें भी पीओके के लिए खाली कर रखी हैं। उनके इन संकेतों से यह लगता है कि मिशन 370 की तरह मिशन पीओके भी कभी भी पूरा किया जा सकता है।