परिवहन विभाग ही दे रहा है, नियम तोड़ने का मौका
इग्गेमार बसों वाले यात्रियों को देरहे हैं धोखा
रोडवेज के समानांतर रंग रूप की बसों का हो रहा है संचालन
गाजियाबाद। परिवहन विभाग व यातायात पुलिस की मिलीभगत से जहां वाहन चालक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, वहीं डग्गेमार बस वालो ने अपनी बसों को न केवल रोड़वेज की तरह रंग दिया है। बल्कि यात्रियों को धोखा देने के लिये इन डग्गेमार बसों पर उत्तर प्रदेश परिवहन से मिलता झुलता 'उत्तर प्रदेश परिवहर' लिखवा दिया है। साथ ही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का स्लोगन 'आपका अपना साथी' इन बसों पर लिखवाया हुआ है। इन मिलती झुलती डग्गेमार बसों को देखकर अनपढ़ ही नहीं बल्कि पढ़ा लिखे यात्री भी धोखा खा रहे हैं। ये बसे मेरठ से कौशाम्बी डिपो तक धड़ल्ले से दौड़ रही हैं। यातायात पुलिस रास्ते में पड़ने वाले थाने, पुलिस चौकी आदि सब 'मैनेज' होने के कारण कोई रोक टोक का भी खतरा नहीं है। सभी ने अपनी आंखों पर 'न्योछावर' की पट्टी बांधी हुई है। इन डग्गेमार बसों का संचालन करने वालों को राजनेतिक संरक्षण भी प्राप्त है और आर.टी.ओ. कार्यालय का भी पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त है। पिछले दिनों कौशाम्बी बस अड्डे पर सवारियां बैठाने को लेकर डग्गेमार बस वालों और रोडवेज बस कर्मियों में मारपीट हुई थी। जिसकी शिकायत शासन तक की गई थीतब कार्रवाई करते हुये सात डग्गेमार बसे सीज की गई थी। रोडवेज के आरएम एके सिंह ने बताया कि परिवहन निगम के महाप्रबंधक के निर्देश पर 24 मई तक अलग-अलग रीजन में डग्गामार वाहनों पर कार्रवाई के निर्देश मिले थे। विभिन्न रूटों पर डग्गामार वाहन चल रहे थे। इससे परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान भी पहुंच रहा था। महाप्रबंधक के निर्देशानुसार विभाग की तरफ से रविवार को चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान सात बसों को रोका गया। उनसे परमिट मांगा गया, लेकिन वह परमिट नहीं दिखा सके। बसों सीज कर दिया गया। यह कार्रवाई आनंद विहारडिपो के एआरएम और एआरटीओ एसडी सिंह ने की। आरएम एके सिंह ने बताया कि कौशांबी टीम अब दिल्ली की ओर खड़ी डग्गामार बसों की वीडियोग्राफी की जायेगी तथा प्रमाण सहित उन्हें सीज करने हेतु परिवहन विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा जायेगा।
रोडवेज को लाखों का नुकसान पहुंचा रहीं हैं डग्गामार बसें
एक तरफ रोडवेज डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान चलाने का दावा कर रहा है। दूसरी ओर कौशांबी-मोहन नगर के बीच डग्गेमार बसों का संचालन बरकरार है। डग्गामार बसें कौशांबी बस अड्डे से सवारियां भर्ती हैं और पुलिस चौकी के सामने से होते हुए मोहन नगर से गाजियाबाद को जाती हैं।इसके साथ ही कौशांबी ईडीएम मॉल के निकट से ही डग्गामार बसों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। रोडवेज के अधिकारियों की मानें तो रोडवेज को डग्गामार बसों के संचालन से सालाना 50 लाख का नुकसान होता है। अवैध बसों के संचालन होने की शिकायत रोडवेज कर्मचारी यूनियन और रोडवेज के एआरएम कर चुके हैं। पुलिस, राजनीतिक संरक्षण और परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई न होने पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। सूत्रों के अनुसार जिले से रोजाना 50 से अधिक डग्गामार बस चलती हैं। यह बसें जिले की सीमाओं से होकर गुजरती हैं। यह बसें बकायदा हर थानाक्षेत्र और मार्ग में पड़ने वाली पीसीआर से मिली भगत' होने के कारण किसी भी स्तर पर नही रोकी जाती।