इन्हें विश्वविद्यालय कहोगे या जिला विद्यालय

इन्हें विश्वविद्यालय कहोगे या जिला विद्यालय


उत्तर प्रदेश में चल रहे हैं 40 विश्व विद्यालय


गाजियाबाद। विश्व विद्यालयों का यदि संधि विच्छेद किया जाये तो विश्वविद्यालय होता है। इसका अर्थ सामान्य भाषा में विश्व स्तर का विद्यालय। यदि हम प्राचीन भारत के विश्व विद्यालयों पर दृष्टि डालें तो उनके नाम कई सौ वर्ष बीतने के बाद भी आज पूरे विश्व में आदर के साथ लिए जाते हैं। जिसमें तक्षशिला, नालंदा, विक्रम शिला, बल्लभी, नदिया, उदयत पुरी व कांची आदि विश्व विद्यालयों ने विशेष ख्याति प्राप्त की थीकी थीइन विश्व विद्यालयों में विदेश के छात्र भी अध्ययन करने भारत आते थे। मध्यकाल में लाहौर, दिल्ली, रामपुर, जौनपुर, बीदर, अजमेर आदि विशाल शिक्षा केंद्र थे। गुजरात विद्यापीठ, काशी विद्यापीठ, जामिया मिलिया देहली, गुरूकुल कागड़ी हरिद्वार ने स्वाधीनता प्राप्ती से पूर्व - अब देश में कुकर मुत्तों की राष्ट्रीय शिक्षा आंदोलन में महत्व पूर्ण योगदान दिया था। अतः उन्हें भी विश्वविद्यालय के समकक्ष मान्यता दी गई। देश में आजादी से पूर्व कुछ ही प्रख्यात विश्वविद्यालय थे। जिन की धूम विदेशों तक मचती थी अब शिक्षा के क्षेत्र को इतना अधिक व्यवसायिक बना दिया है। देश को शिक्षित करने का जो महत्वपूर्ण कार्य सरकारी विश्वविद्यालय किया करते थे। इनकी संख्या भी पूरे देश में 12-15 तक ही रही होगी। लेकिन अब यदि देश में विश्वविद्यालय की बढ़ती संख्या पर तरह खुलते जा रहे हैं, विश्वविद्यालय नजर डालें तो स्पष्ट होगा कि हमने प्राईवेट सैक्टरों में देकर शिक्षा को न केवल व्यापार बना दिया हैं बल्कि विश्वविद्यालयों का स्तर इतना गिरा दिया हैं कि जिन्हें हम आज विश्वविद्यालय का नाम देते है। वह जिला विद्यालय से ज्यादा नहीं लगते हैं कि किसी-किसी प्रदेश में तो ऐसे विश्वविद्यालयों की संख्या राज्य के जिलों की संख्या से ज्यादा है। फिर कैसे इन्हें विश्वविद्यालय की पदवी दे पायेगें। आओ आपको दिखाते हैं कुछ झलकियां। तमिलनाडु में कुल जिले 32 है लेकिन तमिलनाडु राज्य में विश्वविद्यालय 48 है। वहीं आंध्रप्रदेश में 13 जिले है लेकिन विश्वविद्यलाय इस राज्य में 19 है। यदि दिल्ली प्रदेश की बात करें तो उसमें जिले 11 तथा विश्वविद्यालय 17 हैं। कर्नाटक व केरल में जितने जिले हैं। उतने ही विश्वविद्यालय है। पूरे उत्तरप्रदेश के 75 जिलों में चालीस विश्वविद्यालय है वहीं पूरे देश में जहां 724 जिले है। उनके मुकाबले पूरे देश में 460 विश्वविद्यालय है। क्या यही विश्वविद्यालयों का स्तर रह गया कि लगभग तीन जिलो पर दो विश्वविद्यालय स्वीकृत हैं। इन्हें आप विश्व विद्यालय कहोगे या जिला विद्यालय।


- पूरे देश में कुल 460 विश्वविद्यालय है संचालित, जबकि कुल जिलों की संख्या है 724 -


प्रचीन भारत में तक्षशिला, नालंदा व विक्रम शिला जैसे विश्व विख्यात महाविद्यालयों में विदेशी भी करने आते हैं पढ़ाई -


कई प्रदेशों में इतने जनपद भी नहीं हैं जितने विश्वविद्यालय हैं -


अब देश में कुकर मुत्तों की तरह खुलते जा रहे हैं, विश्वविद्यालय