सांपों को दूध पिलाना अब बंद करेगी केन्द्र सरकार !  

सांपों को दूध पिलाना अब बंद करेगी केन्द्र सरकार !  


नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों पर हर साल किया जा रहा करोडो रूपये का अनाप शनापखर्च, अब केन्द्र सरकार करने जा रही है बन्द जम्मयकश्मीर में चार पूर्व मुख्यमंत्रीजचित है जोन केवल श्रीनगर के सरकारीबगलों में रह रहे है बल्कि अपने ऊपर सरकार के करोडो रुपये खर्च कराकर भारत को ही गली दे रहे हैं, जिन्हें सरकार दूध पिल रही है वहीं देश के खिलाफ जहर उगल रहे है। उनमे उमर अब्दुल्लवमच्छा मुफ्ती तो श्रीनगर की सबसे ज्यादा पॅश कालोनी गफ्फार मार्ग पर स्थित सरकारी बंगले में रह रहे है। इनदो बंगलो कीसजसज्जा करनेवविभिन्न सुविचाये जुटाने में जम्मू व कश्मीर सरकार 50 करोड़ रूपये खर्च कर चुकी है। उनको दी जाने वाली सुरक्ष ववेतन आदिका व्यय तो अभी अलग है। डा.फारूक अब्दुल्लकी सुरक्षाव अन्य सुविधाओं पर सरकारहरसालकरोडों से भी ज्यादा खर्च कर रही है, जबकि ये महोदय भारत सरकार से ही दोहरी सुविधा लेकर, (सांसदवपूर्व मुख्यमंत्री दोनों सुविधाओं का) भारत सरकार का न केवल लाभ ले रहे हैं बल्कि सरकार को ही समय-समय पर ब्लैकमेल भी करते रहे हैं। हा. फारुख अब्दुत्ता 370 हटाने के प्रथल विरोधी है। चौथे पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (सांसद लोकसभ ने यो संविधान की ली गई उस शपय कीभीलाजनहीं रखीजो सांसदवनने के बाद देश को अखण्ड रखने की खाई थी इन्होंने देश को एक करनेवाली धारा 370 हटाने दान केवल संसद में खुला विरोध किया बल्कि जम्मू कश्मीर के तनावपूर्ण वातावरणको और खरब करने लिये भीरगरजा पहुंचे जहां से उन्हें बैरंग लौटाया गया और आज तक देश विरोधी बयान देने यो बाज नहीं आ रहे है। ऐसे चौवे पूर्व मुख्यमंत्री एवम सांसद गुलाम नबी आजाद ने ते जम्मू व कश्मी। बैंक के महंगे गेस्ट हाऊसपरही कगाजमाया हुआ है ।जिस चारा 370 के हटने समाही पर पूरे देश में खुशी कामहौल है तथा उनकी कठोसपर्टीके ही कई बड़े नेता भी, सरकार के साथ खड़े हो गर्व है और तो और जन्म कश्मीर के पूर्व महाराजस्व,हरि सिंह के पत्र राजा कर्ण सिंह ने भी चारा 370को स्टानेको उचितमना है। इस तरह के देशवसी नेताओके साथ सरकारकोसजीसे पेश आना चाहिये जो देश की अखण्डता के मददे का भी विरोध करते हैं। ऐसे ससदों ने तो अपने द्वारा लीगई संविधान की ठसशपथकीभीलाजनही रखी जिसमें उन्होंने देश की अखण्डता व अक्षुण्ता बनाये रखने की शपथ सर्वजनिक व लिखित में खई थी। अब केन्द्र सरकार को इस तरह के सरापेकोदुचपिलानाबन्दकरना चाहिये। तथा इनका ऐसा उपचार करना चाहिये। तथा इनकारेसा उपचार करना चाहिये तकिये काटना तो दूर फुफकारने के भी लयक नरहे।