जैसी करनी-वैसी भरनी
अपनी चलती में, रामपुर के सरकारी अधिकारियों पर किये थे अमानवीय जुल्म
जल निगम के बड़े अधिकारी बुलावा आते ही जाते थे कांप
रामपुर। रामपुर के सांसद माननीय आजम खां पर प्रशासन का शिंकजा कसता जा रहा है और वो अब सरकार की कार्यवाही को एक तरफा व पक्षपात पूर्ण बता रहे हैं। ये वो ही आजम खां हैं। जिन्होंने अपनी सरकार के कार्यकालों में रामपुर के सरकारी कर्मचारी व अधिकारियों को हद की सभी सीमाएं पार करके बेइज्जत किया था। आज जब सरकार में इनकी कोई सुन नही रहा है। तब उस समय के पीड़ित सामने आने शुरू हो गये। सांसद महोदय को 27 किसानों की जबरदस्ती जमीन रातो रात छीनने के आरोपों की वजह से को अब सरकारी भूमाफिया घोषित कर दिया है। सरकारी भमाफिया घोषित होने के बाद अब उन पर किताब चोरी, बिजली चोरी, बकरी चोरी, भैस चोरी सहित 81 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। ये वही मोम्मद आजम खां है जो रामपुर के अपने मतदाताओं की शिकायत पर सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों को अपने बंगले पर बुला कर बेइज्जत करने की सभी हदे पार कर जाते थे। सूत्र बातते हैं कि पब्लिक के समाने ही गाली गलौज करने मात्र से इनको संतुष्टि नहीं मिलती थी। ये उन सरकारी कर्मचारियों के कपडे उतरवा कर उन्हें, मुर्गा बनने पर मजबूर कर देते थे। प्रदेश सरकार के दबंग मंत्री होने के कारण, आखिर इनकी शिकायते, करें भी तो किससे। जिन अधिकारियोंर पर इन्होंने जुल्म ढहाये थे। वो आज आजम खां को कानून के शिंकजे में बेबस खड़ा देखकर बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि 'जैसी करनी - वैसी भरनी' यही पर है। अति उत्सहित होकर एक सेवा निवृत अधिकारी ने कहा कि अब आया है। ऊंट पहाड़ के नीचे।