मेरी राय
पुलिस बरामदगी की वीडियोग्राफी क्यों नही?
पुलिस जब भी किसी मुल्जिम को गिरफ्तार कर उसके पास से सामान व नगदी आदि की बरामदगी करती है, तो वहां केवल पुलिस की ही मौजूद होते हैं। ऐसे में पुलिस द्वारा पूरी बरामदगी नहीं दिखाये जाने की पूरी आशंका होती है और ऐसा अक्सर होता भी आग है। बरामदगी लाखों की होती है, लेकिन फर्द में हजारों की दर्शा दी जाती है। पुलिस बरामद किये गये सामान को भी पूरा नहीं दर्शाती है। वर्ष 2001 में इन्दिरापुरम पुलिस ने अंग्रेज सिंह नाम के एक शातिर लुटेरे को गिरफ्तार किया था और उससे करोड़ों रुपये के स्वर्ण आभूषण बरामद किये थे। लेकिन उस समय भी पुलिस पर बड़ी मात्रा में स्वर्ण आभूषण गायब कर देने के आरोप लगे थे। क्योंकि पुलिस मुल्जिम के पास से या उसकी निशान देही पर जो सामान बरामद करती है उस समय कोई पब्लिक का गवाह मौजूद नहीं होता है और कई अष्ट पुलिस वाले बरामद माल या नगदी का कुछ हिस्सा हड़प कर लेते है। अभी ताना मामला थाना लिंक रोड़ का सामने आया है जहां पुलिस ने ए.टी.एम. में रूपये डालने वाली कम्पनी के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक करोड़ 15 लाख रूपये बरामद किये थे। लेकिन पुलिसवालों ने फर्द में बरामदगी सिर्फ 46 लाख 80 हजार रूपये ही दर्शायी थी। जब पुलिस क्षेत्राधिकारी ने गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की तो सारा भेद खुल गया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में थाना लिंक रोड़ की प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मी चौहान एक बैग सरकारी गाड़ी से उठाकर एक निजी गाड़ी में रखती साफ दिखाई पड़ रही थी। हालांकि प्रभारी निरीक्षक समेत सात पुलिस कर्मियों को न केवल निलंबित कर दिया गया बल्कि उनके खिलाफ थाना लिंक रोड़ में ही एफ.आई.आर भी दर्ज की गई है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सभी पुलिस वाले फरार हो गये हैं। पुलिस अब उनकी गिरफ्तारी के लिये दबिश दे रही है।
राय है कि पुलिस मुल्जिम के पास सेया उसकी निशानदेही परजो म भी सामान या नणदी आदि बरामद करती है तो उसकी पारदर्शिता के लिये वीडियोग्राफी होनी चाहिये। आज तो पुलिस वाले नई तकनीक से लैस है, उनके पास यूनीफार्म कैमरे भी है। इसलिये बरामदगी के समय पुलिस कर्मियों के पास कैमरे वाली यूनीफार्म होनी चाहिये। सबके पास एनडरायड फोन है।जब येकालान करने से पहलेवाहनों काफोटोखीच सकते हैं तो फिरबरामदगी का क्यों नहीं खींचते। यदि बरामदगी की वीडियो ग्राफी अनिवार्य कर दी जाये तो पुलिसकी विश्चनियता पर किसी भी तरह का प्रश्न चिहनही लग पायेगा।