उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग ने दिये दो बड़े झटके एक साथ
इधर बिजली के दरों में किया 15 प्रतिशत तक इजाफा
उधर 45 दिनों के विद्युत बिल के बराबर सिक्यूरिटी जमा कराने के नोटिस जारी
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली की दरे बढाएं जाने से उपभोक्ताओं में आक्रोश तो व्याप्त था ही, वहीं प्रदेश सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को दूसरा एक बड़ा झटका भी साथ-साथ दे दिया है। 440 वोल्ट के दूसरे इस झटके में वो उपभोक्ता प्रभावित हुये हैं जिन का विद्युत भार 5 कि.वाट. या उससे अधिक स्वीकृत है। ऐसे सभी उपभोक्ताओं पर विभाग द्वारा जो 45 दिन में बिजली का चिल भेजा जाता रहा है, उस चिल के बराचर की धनराशि सुरक्षित धनराशि के रूप में विभाग में जमा कराना होगा। इसके अनुपालन में विभाग द्वारा तुरन्त ही सम्बंधित उपभोक्ताओं को अतिरिक्त सुरक्षित राशि तुरन्त जमा कराने हेतू नोटिस भी जारी कर दिये है। उपभोक्ता व व्यापारी वर्ग पहले ही बड़े हुए बिजली बिलों के विरोध में जनपदों में प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं। वहीं मंदी के इस दौर में यह दूसरा बड़ा झटका क्या गुल खिलायेगा। इसको लेकर उपभोक्ता बुरी तरह चिंतित हैं। आंदोलन कारी उपभोक्ताओं का कहना है कि पड़ोसी प्रदेश दिल्ली में तो बिजली के रेट वैसे ही आधे है। इसके बावजूद दिल्ली में 200 युनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ता को तो चिजली बिल्कुल फ्री है। उत्तर प्रदेश में जिस रेटों पर उपभोक्ताओं को बिजली दी जा रही है, यदि उसकी तुलना अन्य प्रदेशों से की जाये तो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पहले ही ज्यादा दरों पर उपभोक्ताओं को बिजली बेची जा रही है।