'बिग बॉस' का करें बहिष्कार

_ अश्लीलता परोसने वाले एपिसोड को स्वयं कर सकते हैं घर से बाहर


'बिग बॉस' का करें बहिष्कार


अश्लील एपिसोड्स के विज्ञापनदाताओं पर भी कसनी होगी नकेल


गाजियाबाद। कलर्स चैनल पर दिखाए जाने वाले रियलिटी शो 'बिग बॉस सीजन-13' में भारतीय संस्कृति को नष्ट होता देख लोगों में जबरदस्त उबाल है। लोगों में इसको लेकर आक्रोश पनप रहा है। मुंबई में जहां सलमान खान के घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन तक कर चुके हैं वहीं अपने गाजियाबाद के लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर इस शो को तत्काल बंद कराने की मांग कर चुके हैं। युवाओं को अपने उद्देश्य से भटका कर उनका जीवन बिगाड़ने का काम किया जा रहा है। भारतीय संस्कृति को चोट पहुंचा रहे इस रियलिटी शो को लेकर उठे विरोध के स्वरों के बीच केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर से रिपोर्ट मांगी है। एक समय था जब हमारे टीवी पर रामायण, महाभारत, चाणक्यमहाराणा प्रताप, उड़ान जैसे सीरियल दिखाए जाते थे और आज बिग बॉस,रोडिज या सास बहु के झगड़े दिखाकर देश की युवा जनरेशन की मानसिकता को सड़ाया जा रहा है। लेकिन अब तो मीडिया भी ऐसे भौंडे घटिया प्रोग्रामों को टीआरपी देने का काम करता है। कलर्स टी.वी. चैनल पर दिखाया जा रहा कार्यक्रम बिग बॉस बेइन्तहा अश्लीलता व फूहड़पन परोस रहा है। इसका सीधा असर भारतीय संस्कृति एवं परिवारों पर पर पड़ रहा है। फिल्मों में तो अश्लील दृश्यों पर सेंसर बोर्ड की कैंची चल जाती है लेकिन टीवी के अश्लील कार्यक्रम पर सैंसर बोर्ड भी पूरी तरह से खामोश रहता है। जबकि फिल्म तो लोग सिनेमा हॉल में देखने जाते हैं लेकिन टी.वी. चैनल तो हर घर में देखा जाता है।


घरेलू माहौल में नहीं देख सकते बिग बॉस लोनी विधायक नन्द किशोर गुर्जर ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि घरेलू माहौल में बिग बॉस जैसे कार्यक्रम देखना शर्मनाक है। टी.आर.पी.के चक्कर में कार्यक्रम का कंटेट इस तरह से किया गया है जिससे देश की पौराणिक, ऐतिहासिक व सामाजिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाया जा सके। कार्यक्रम की टी.आर.पी. बढ़ाने के लिये अलग-अलग समुदाय के युवक युवतियों को एक साथ बैड पार्टनर बनाया जा रहा है। यह अश्लील एवं विवादित टी.वी.सीरियल देश में एक बड़े वर्ग तक सीधे पहुंचता है ऐसे में सेंसर बोर्ड की व्यवस्था बेहद जरूरी है। इसके अलावा बिग बॉस के विरोध में ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने भी केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है। कैट ने प्रकाश जावड़ेकर से कलर्स टीवी पर चल रहे शो पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है। कैट का कहना है कि सीरियल से अश्लीलता को बढ़ावा दिया जा रहा है। बिग बॉस से हमारे देश के पुराने पारंपरिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। टीआरपी और मुनाफे की लालसा में बिग बॉस के जरिए देश में सामाजिक समरसता को धूमिल किया जा रहा है। ऐसे कृत्यों को भारत जैसे देश की विविध संस्कृति वाले देश में कतई इजाजत नहीं दी जानी चाहिये।