महंगी प्याज पर तो मचाया बहुत हो-हल्ला लहसुन-टमाटर हुए लाल तो कहां गये लल्ला

महंगी प्याज पर तो मचाया बहुत हो-हल्ला लहसुन-टमाटर हुए लाल तो कहां गये लल्ला


गाजियाबाद। प्याज के दामों में तेजी आने पर विरोध प्रदर्शन करने वालों को अब लहसुन के दाम दिखाई नहीं दे रहे हैं। टमाटरकी महंगाईसेतो लोग पहले ही परेशान थे लेकिन अब तक लहसुन के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। दिल्ली में मदर डेयरी के बूथ पर लहसुन तीन सौ रुपए प्रतिकिलो बेची जा रही है। इसी लहसून के दाम दो सप्ताह पहले 150 से 200 रुपए प्रतिकिलोग्राम थे। लहसुन की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्षी दलों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि प्याज के दामों में वृद्धि होने पर गत सप्ताह समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय सांसद एवं केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री वीके सिंह के आवास पर विरोध प्रदर्शन किया था। सांसद के आवास के बाहर ठेली पर सस्ते दाम पर प्याज बेच रहे सपाइयों को कविनगर पुलिस ने हिरासत में लेकर थाने पहंचा दिया था। प्याज को लेकर हो हल्ला करने वाले विरोधी दलों के नेताओं को अब लहसुन के दाम दिखाई नहीं दे रहे हैं। लहसुन की महंगाई ने भोजन का जायका ही बिगाड़ दिया है। प्याज और टमाटर की महंगाई से लोग पहले से ही परेशान थे और अब लहसुन के दामों में भी आग लग गई है। देश में इस साल लहसुन का उत्पादन पिछले साल से 76 फीसदी अधिक रहने के बावजूद इसके दाम में बेहताशा वृद्धि हुई है। देश की प्रमुख लहसुन मंडी मध्यप्रदेश के नीमच, मंदसौर और राजस्थान के कोटा के कारोबारियों का कहना है कि बारिश के कारण स्टॉक में रखा लहुसन खराब होजाने से सप्लाई का टोटा पड़ गया है, जिससे कीमतों में इजाफा हुआ है। कृषि मंत्रालय द्वाराजारी वाणिकी फसलों के तीसरे अग्रिम उत्पादन के अनुसार 2018-19 में 28.36 लाख टन लहसुन का उत्पादन है जबकि पिछले साल 16.11 लाख टन था।