सांप घर में-मालिक बाहर
सांप घर गाजियाबाद। निवाड़ी थाना क्षेत्र के गांव अबूपुर में एक सांपकाइतना आंतक है कि लोगरातको सो भी नहीं पा रहे हैं। इससांप ने गत शनिवार की रात को गांव अबुपुर (मोदीनगर) निवासी संजय के घर का न केवल चिराग बुझा दिया, बल्कि उसके घर पर कब्जा कर उसेपरिवारसहित बेघर कर दियासांप को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। शनिवार 12 अक्टूबर की रात को संजय परिवार के साथ घर में सो रहा था। देर रात को उसे अपने 15 वर्षीय पुत्रहर्षित उर्फ सोना की चीख सुनाई दीचीख सुनकर वह उठकर कमरे में हर्षित के पास पहुंचा। उसने देखा कि एक कोबरा सांप हर्षित की चारपाई से नीचे उतर रहा है। संजय के शोर मचाने पर आसपास के लोग भी वहां पहंच गये लेकिन सांप अंधेरे में गुम हो गया। संजय रात भर हर्षित की झाड़ फूंक कराता रहा। सुबह होते-होते उसकी हालत जब ज्यादा खराब होने लगी तो परिवार हर्षित को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल लेकर भागा लेकिन तब तक बहत देर होचकी थी और उसकाबेटामौत के मुंह में समा चुका था। अगले दिन संजय ग्रामीणों के साथ पुत्र के शव को बृजघाट लेकर पहंचा और उसे गंगा में प्रवाहित कर दिया। क्योंकि ऐसी धारणा है कि सर्पदंश सेमरनेवाले के शव कोनतोजलायाजाता है और न ही दफनाया जाता है। सोमवार की शाम को वो सांप फिर से उसी कमरे में बैठा टिग्वार्ट दिया जिसने टर्मित को में बैठा दिखाई दिया जिसने हर्षित को डसा था। संजय परिवार के साथ शोर मचाता हआ घर से भाग खड़ा हुआ और अब आलम यह है कि संजय की तो बात ही छोड़िए गांव के किसी भी शख्स की हिम्मत मकान में घुसने की नहीं है और संजय परिजनों के साथ खुले में रहने को मजबूर है। ग्रामीणों ने वन विभाग से सर्प से मुक्ति दिलाने की गुहार लगाई है लेकिन वन विभाग का कोई अधिकारीया कर्मचारी गांत में नटी टना गांव में नहीं पहुंचा है। समूचे गांव में सांप की दहशत है। शाम होते ही लोग अपने बच्चों को घर से बाहर जाने नहीं दे रहे हैं। बजर्ग भी बिना टार्च घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।