पहले जो था सेना में साधारण सिपाही
आज वो है दुनिया का सबसे पढ़ा-लिखा व्यक्ति
नई दिल्ली। लगन आदमी को कहां से कहां पहुंचा सकती है, इसका जीता-जागता उदाहरण है, सेना से सेवानिवृत सिपाही दशरथ N" HITTHITRI मारक सिंह। दशरथ सिंह नामक एक साधारण सिपाही ने भारतीय सेना में कार्य किया। सेना से सेवानिवृत होकर दशरथ सिंह ने अपनी योग्यता की प्रमाणिकता को साबित करते हुए कुछ ऐसा कर दिखाया कि सारी दुनिया ने दशरथ सिंह को लोहा मान लिया। कल का सिपाही दशरथ सिंह आज दुनिया का सबसे पढ़ा-लिखा व्यक्ति है। दशरथ सिंह ने 51 डिग्रियां व डिप्लोमा हासिल किये हैं। उन्हें इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्डस द्वारा 'मोस्ट एजुकेशनली क्वालिफाइड पर्सन ऑफ द वर्ल्ड' की उपाधि दी गई है। अब दशरथ सिंह का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करने पर डिग्रियों की जांच की जा रही है। मूल रूप से राजस्थान के निवासी दशरथ सिंह के पिताजी का वेतन परिवार के भरण-पोषण के मारक लिये कम पड़ता था,जिस कारण उनके न पढ़ने की कसक दिल में रह गई थी। दशरथ सिंह इसलिए पढ़ाई बीच में छोड़कर सेना में भर्ती हो गये। उन्होंने पढ़ने की अपनी इच्छा सेना से सेवानिवृत होने के बाद पूर्ण की।
कहां-कहां से डिग्रियां हासिल की
उन्होंने बताया कि पहली डिग्री बैचलर आफ आर्ट्स की ली और आखिरी समाजशास्त्र में एमए की है। वर्तमान समय में गांधी पास स्टडीज में डिप्लोमा कर रहे हैं। दशरथ सिंह ने एलएलबी, एलएलएम, बीजेएमसी और बीएड की डिग्री नियमित छात्र के रूप में हासिल की। बाकी अन्य डिग्रियां और डिप्लोमा इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, जैन विश्व भारती लाडनूं और दो तीन निजी विश्वविद्यालय से हासिल की हैं।
कौन-कौन सी डिगियां और डिप्लोमा हासिल किए?
अब उन्होंने कितनी डिग्रियां और डिप्लोमा हासिल किये उसके बारे में जानते हैं। उन्होंने कुल मिलाकर 51 डिग्रियां, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट अपने जुनून की बदौलत पाए हैं। इनमें से 15 विषयों में मास्टर डिग्री हासिल की है। आठ में स्नातक की डिग्री पाई है। लॉ यानी विधि से संबंधित 11 कोर्स किये हैं और सेना से संबंधित आठ विषयों में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट हासिल कर चुके हैं। वह भूमि सुधार विषय में पीएचडी भी कर चुके हैं।
अब गिनीज वर्ल्ड बुक का है इंतजार
डिग्रियों, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के मालिक दशरथ सिंह का नाम हाल ही में इंटरनेशनल KANNS. बुक आफ रिकॉर्ड्स में मोस्ट एजूकेशनली क्वालिफाइड पर्सन ऑफ द वर्ल्ड में दर्ज किया गया है। इस रिकॉर्ड बुक ने उनकी 36 डिग्रियों को उनके नाम के साथ रिकॉर्ड बुक में शामिल किया है। अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में उनका नाम दर्ज करने की कार्यवाही चल रही है। जल्द ही इस बारे में फैसला आने की उम्मीद है। दशरथ सिंह ने अब तक 500 से अधिक परीक्षाओं में अपना हुनर दिखा चुके हैं। इन सभी परीक्षाओं में 50 से 75 प्रतिशत तक अंक हासिल कर चुके हैं। उनका कहना है कि मैं अपने जीवन की आखिरी सांस तक पढ़ाई जारी रखना चाहता हूं। बारे में जानते हैं।