तेरहवीं पर सक्रिय हैं जूता चोर गिरोह
गाजियाबाद। गाजियाबाद। शहर में जहां कहीं भी किसी सम्पन्न परिवार से सम्बंधित कोई तेरहवीं होती है तो ऐसी शोक सभाओं में आजकल जूता चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। ये गिरोह ऐसी तेरहवीं स्थानों को अपना शिकार निशाना बनाते हैं जहां पर शोकाकुल व्यक्तियों को जूते व चप्पल बाहर उतार कर जाने की व्यवस्था होती है। साथ ही जूता चोर उन स्थानों पर कम जाते हैं जहां आयोजकों द्वारा जूता जमा करने के लिए स्टॉल लगवा रखे हों। पहले तेरहवीं में जूता चोरी की घटनाएं बहुत कम होती थीं, चोर कम से कम इस बात की लिहाज अवश्य करते थे कि जिस परिवार पर पहले ही विपत्ति आई हुई है। उस परिवार कम से कम बख्श देते थे लेकिन अब तो जूता चोर न केवल तेरहवीं को ही विशेष निशाना बनाते हैं बल्कि इन तेरहवीं में भी महंगे से महंगे जूतों को ही गायब करते हैं। घंटाघर राम लीला मैदान में होने वाली तेरहवियों में तो इस तरह की जूता चोरी की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। पीड़ित व्यक्ति को तब मालूम होता है जब वह तेरहवीं सम्पन्न होने के बाद, अपने जूते पहनने के लिये तलाश करता है। ये जूता चोर अपनी रोजी रोटी तलाशने के लिये ढूंढते-ढूंढते उन फार्म हाऊस/बैंक्वेट हॉल में भी पहुंच जाते हैं, जो कम प्रचलित होते हैं। चार नवम्बर को जेडीयू नेता देवेन्द्र त्यागी की शोकसभा राजनगर के एक कम प्रचलित फार्म हाऊस एमटीई में हुई थी। इस फार्म हाऊस से तेरहवीं उपरान्त पांच-छह व्यक्तियों के महंगे-महंगे जूते चोरी हो गये। जिनमें रालोद नेता त्रिलोक त्यागी, गाजियाबाद क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश मिश्रा सहित अन्य कई लोग शामिल हैं, जिन्हे नंगे पैर ही गाड़ी मे बैठकर जाना पड़ा।