कैसे बीते बिना इंटरनेट के वो 36 घंटे
कहां रही मारा-मारी, किस-किसपर पड़े भारी
• गाजियाबाद के लोगों ने पहली बार महसूस किया इंटरनेट से 'बिछोह'
गाजियाबाद। नागरिक संशोधन विल यानी सीएए के खिलाफ शुक्रवार को संभावित हंगामे व हिंसक प्रदर्शन की आशंका के चलते गाजियाबाद सहित प्रदेश के 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं अगली 36 घंटों के लिए बंद कर दी गई थी। इससे लोगों का आपस में जनसंपर्क टूट गया। इंटरनेट सेवा बाधित होते ही अनेक लोग बेकार हो गए। सोशल मीडिया का कनेक्शन टूट गया, व्हाट्सअप, फेसबुक, ईमेल कॉन्टेक्ट बंद होने से युवा वर्ग खासकर परेशान रहा। इसके साथ वे बुजुर्ग भी परेशान रहे जो अपनी दवा आदि के लिए ऑनलाइन खरीददारी कर सकते थे । इसके अलावा ऑनलाइन कारोबारी भी परेशान रहे और उनका कारोबार ठप रहा। व्यापार टैक्स विभाग में पंजीकृत व्यापारियों को ई-बिल भेजने में दिक्कत हुई, जिससे भरे हुए ट्रक खड़े हो गए।
कब बंद रही इंटरनेट सेवा
महानगर में गुरुवार की रात दस बजे से लेकर शनिवार की सुबह 10 बने तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। ये इंटरनेट सेवाएं नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में होने वाले हिंसक प्रदर्शन की आशंका को लेकर बंद की गई थीं। जब शनिवार को मामला शांत होने के बाद सुबह दस बजे इंटरनेट सेवा बहाल की गई। क्यों और कैसे बंद की
क्यों और कैसे बंद की विकल्प जाती हैं इंटरनेट सेवाएं
जब सरकार को किसी तरह के हिंसक आंदोलन या अप्रिय वारदातों के होने की गुप्त सूचनाएं प्राप्त होती हैं और इनकी आशंका बढ़ जाती है तो स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए इंटरनेट सेवाएं एक निश्चित अवधि के लिए बंद की जाती हैं। यह अवधि स्थिति को देखते हुए बड़ाई भी जा सकती है। खुफिया रिपोर्ट के मिलने के बाद जिले के सक्षम प्रशासननिक व पुलिस अधिकारी सरकार से इस बारे में अनुमति प्राप्त कर लेते हैं और इसके बाद जिले में इंटरनेट सेवा देने वाली कंपनियों के संचालकों को प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा बंद करने के निर्देश जारी किये जाते हैं। इसके बाद इन कंपनियों द्वारा अपनी-अपनी सेवाओं को बंद कर दिया जाता है।
इंटरनेट बंद होने से सबसे आंधक परेशानी इनको हुई
इंटरनेट सेवा बंद होने से हालांकि सभी को परेशानी हुई लेकिन गुवा वर्ग और कारोबारियों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। गुवा वर्ग को व्हाटसअप चैटिंग, फेसबुक चैटिंग, सोशल मीडिया ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म सेडिस्कनेक्ट होने से परेशानी हुई। दूसरी यह है कि बाहर के खराब माहौल में आ-ना भी नहीं सकता। इसलिए इन युवाओं को सोशल मीडिया के प्लेटफार्म की कमी सूब सली। इन लोगों को ऑनलाइन खाने-पीने के सामान, अपनी जरूरत के अन्य सामान मंगाने में काफी दिक्कत हुई। हालांकि इसके विकल्प के रूप में वॉयस कॉल को इस्तेमाल किया गया लेकिन सौमित काम के लिए ही इसका इस्तेमाल हो सका। इसी तरह ऑन लाइन कारोबार करने वाले संस्थानों, मॉल्स, शॉप व अन्य घर से काम करने वाले कारोबारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा।
इन लोगों को भी परेशानी रही
युवाओं और कारोबारियों के अलावा उन बुजुर्गों एवं बीमारों को भी परेशानी हुई, जिन्हें ऑन लाइन दवाएं मंगानी पड़ती हैं, फिजियोथैरेपिस्ट बुलाना पड़ता है या अन्य तरह की सेवाओं को समय- समय पर लेने के लिए इंटरनेट के माध्यम से सूचना देनी पड़ती है। इसके अलाचा आजकल उच्च शिक्षा में परीक्षाएं चल रही हैं। इन परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन ट्यूशन व कोचिंग की सुविधा लेते हैं, उनको भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आवागमन और कारोबार में एक दिन बाद रही अफरा-तफरी
इंटरनेट सेवा के बहाल होने क एक दिन बाद भी सारा सिस्टम अफरा-तफरी का शिकार रहा। इससे लोगों के आने-जाने तथा दूसरे नगरों में नाकर कारोबार करने में परेशानी हो रही है। गाजियाबाद से पड़ोसी निलों और दिल्ली में आने-जाने के लिए रोडवेज बसों के अलावा अन्य सवारियां पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं हो रहीं। इससे संबंधित लोग इन जगहों पर जा कर अपने कारोबार को बहाल करना चाहते हैं, वो अभी भी अपने-अपने गंतव्यों तक नहीं जा पा रहे हैं।
इंटरनेट सेवा बंद होने से जनपद से प्रतिदिन वेस्टर्न यूपी व अन्य राज्यों को मलकी सालाई के ई-वे बिल अपलोड न होने की वजह से गजियाबाद महानगर की गुडस वलोहा उद्योग के अलावा 250 से अधिक दवाई, कंफेक्शनरी, होजरी, केमिकल, इलेक्ट्रिकल गुहस से भरे 2500 ट्रक जहा के तहां खड़े हो गये। इससे पांच अरब रुपये का नुकसान हुआ है। गुरुवार की रात को इंटरनेट सेवाबंद होने से पहले भारी संख्या में ट्रक ई-वेबिल अपलोड न होने की वजह से फैक्ट्रियों, गोदामों व ट्रांसपोर्ट में ही खड़े रहे। कारोबारी नेता आशीष मैत्रेय का कहना है कि इस तरह से गाड़ियों पर एक दिनकाटैक्स और उसके खर्च का सीचा नकसान गाडीमालिकों को हम है।एक अन्य कारोबारी नेता नीरज सिंघलकाकहना है कि इंटरनेट सेवा बद रहने से महानगरका उद्योग और कारोबार करीब एक सप्ताह पीछे चला गया है क्योकि इस क्षेत्र में एक-एक मिनट कीमती है।