बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में 162, कोटा में 110 बच्चों की एक माह में हुईं मौतें

राजस्थान में शिशुसंहार कब रुकेगा


बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में 162, कोटा में 110 बच्चों की एक माह में हुईं मौतें


• अस्पताल के वार्मर, नेबूलाइजर और वेंटीलेटर हैं खराब


नई दिल्ली।2017 मेजय उत्तर प्रदेश मे योगी जी की नई सरकार ने कार्यभार सभाला था तब गोरखपुर के अस्पताल मे जानलेवा बीमारी से सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई थी। उस समय बहुत होहला मचा था। अब यह सिलसिला किरुकने कान मन ही ले रहा है। इधर बच्चे अस्पताल मे दमतोउ रहे है उधर नेतागण बचो की मौत को रोकने की ओर कम, लेकिन एक दूसरे पर कीचड़ उछालने पर ज्यादा जोर दे रहे है। राजस्थान के दो प्रमुख अस्पताल में अब तक 350 से अधिक बच्चे एक महीने में विचित्र बीमारी के शिकार हो चुके हैं। कोटा के जेकेलोन अस्पताल में 165 बच्चे तबीकानेर के पीबीएम अस्पताल में 182 बच्चों के मरने की सूचनासूत्रों से मिला है, वहींजोधपुरव बुदी के अस्पतालों में भी बच्चों की मौत जारी हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जरूर जिम्मेदारियों से बचकर आंकड़े देने में लगे हैं, वहीं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सही स्थित बताकर सरकारको कटघरे में खड़ा कर दिया है। सूत्र बताते है कि अस्पतालों में पूर्ण अव्यवस्थाएं हैं, बिस्तरगंदे हैं। अस्पतालों में सुअरम रहे हैं, एक पलंग पर चार-चार बच्चे लिटाये हुए हैं। इसके साथ ही बीकानेर - के पीबीएम अस्पताल में 74 में से 47 वार्मर खराब है। 28 में से 22 मैकुलाइजर और 19 मेसे11वेंटीलेटर काम नहीं कर रहे हैं। इतनी बड़ी अव्यवस्थ के चलते तो अस्पताल तो खुदही वेटीलेटर पर है। यहाबवे नही मरेगे तो और क्या होगा? कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहल गांधी वसभी असहायों की मदद करने का दम भरने वाली प्रियंका गांधी को राजस्थान के बच्चों की सच लेने की फर्सत कब मिलेगी। इन नेताओं को दूसरे के पैरोकीपीदका तो अंदाजा ही नहीं है, जिस घर में एक भी बच्चे को मौत हो जाती है तो उस घर में कोहराम मच जाता है। यहां तो अकारणही400 से ज्यादा बच्चों का संहार हो चुका है। कौन है इनका जिम्मेदार और कब थमेगा यह बच्चों की मौतों का सिलसिला?