जमानती अपराधियों पर लगनी चाहिए लगाम

जमानत पर छूटे अपराधी दे रहे जघन्य वारदातों को अंजाम


जमानती अपराधियों पर लगनी चाहिए लगाम


•उन्नाव रेप कांड में जमानत पर आए अपराधी ने पीड़ित युवती की कर दी थी हत्या


• फर्रुखाबाद बच्चों को बंधक बनाने वाला भी जमानत पर आया था


•गाजियाबाद कैब चालक हत्याकांड में भी अपराधी जमानत में छूटकर बाहर आया था


लखनऊ। फर्रुखाबाद में एक जमानती अपरावीनेवीदर्जनबच्चे को बंधक बनकर जेजघन्यकाउ को अंजामदेने की कोशिश कीश्री.उससे यह सवाल उठने लगे है कि जमानती अपराधियों को आजादी देन कितना खतरनाक हो सकता है। पता नहीं अपरावी किसकहानेसे और कौनसा बना खतरनाक अपराध करने के लिए जमानत लेने का वसकर रहा हो अदालतसक्ष्य दस्तावेजऔर कानून के दायरे मे आराचिये को उनके मानव अधिकारों को देखते हुए जमानत मंजूर कर लेती है। लेकिन इन आरथियों ने जमानत पर आकर जिस तरह से खतरनाक अपरावे को अंजाम दिय है,उससे अघयह कहाजारहा है कि जमानत परबहर आनेवाले अपराधियों पर लगातार निगरानी रखने जैसा कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही बड़े संगीन जुल्म मेंआरोपियें कोतंजमानत देने में अदलते को विचार करना चाहिए। अपराधीको जेल में सबर करने के लिए भेजा जाता है लेकिन जेल में वह पहुंचकर पहले से अधिक जघन्यकांड को अंजम देने का षड्यंत्र रचकर जमानत का ढोग करता है और जमनत परवाहर आने के बाद निश्चिन्त होकर अपराध करता है और फिर पुलिस को चकमा देने के लिए जेल भी पहुंचजत है लेकिन फर्रुखाबाद के मामले में ऐसा नहीं हो सका और अपराधी का अंत हो गया ।उन्नाव रेपकांड में एक सालपहले सामूहिक बलात्कार के मामले में सिर्फ डेढ़ माह तक जेल में रहने के बाद जब जमानत मिली तो अपरचियों ने पीड़िता को अदालत की कार्रवाई में भाग ले जाते समय हमला कर मरपीट की और जिंदाजला दिया। जिसकी बाद में दिली के सफदरजंग में मौत हो गई थी। इसी तरह बंधक गजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के लालकुआ निवासी कैब चालक की हत्या जमानत पर आये अपराधी ने की और पलिस को चकमा देने के लिए जमानत तुड़वाकरजेलचला गया। फर्रुखाबाद की मेहम्मदाबाद विषयक कोतवाली क्षेत्र के कथरिया गांव में 11घंटे इसकेबदमुख्यमंत्रीयोगी से अधिक चले हाईप्रोफाइल स्मसनीखेज निर्देश हमने रोगटे खड़े कर दिये और इस मामले एटीएस को हैंडल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी निगरानी आदित्यनाथ को सक्रिय होना पड़ा। उसके गोली बाद इस घटना का पटाक्षेप हो सका। 2001 में अपने मौसा की हत्या करनेवाल अपराधी सुभाष बाथम हेद साल पहले जमानत पर छूटाया और दो महीने पहले चरीके आरोप में भी फकडा गव था।फिर जमानत पर स्टा हुआथा।उसने अपनी बेटी में के जन्म दिन पी के बहाने आस-पास के दो दर्जन बचों को अपने घर में बुलाकर बंधक बना लिया। इस अपराधी ने अपनी सजिश को अंजाम देने के लिए घर में तहखान बनवाया, तहखाने में असलहे इकटठे कियेतवा 32 किलेबाद भीजमा कर लिया। बंधक बनाने के बाद उसने पुलिसकर्मियों पर फायरिंगकी बम फेंका, विषयक को भी गोली से निशाना बनाया। पैसेकातवादा इसकेबदमुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनायके निर्देश पर रात को ही हेलीकॉप्टर से बाद एटीएस के कमांडो भेजे गये, जिनकी निगरानी में यह अपराधी पुलिस बल पर गोली चलाते समय मारा गया। नवंबर गाजियाबाद केवानाकविनगर क्षेत्रमें ललकुआंनिवासी कैब चालक मनोजगिरी की हत्या भी शातिर अपराधी ने पैसों के जिंदाजलाकर लेन-देन में कर दी। इस हत्याकांड को लेकर पुलिस उलझी रही लेकिन इसक्षेत्र में सक्रिय अपराधी योगेश जब जमानत छिड़क तुड़वाकर जेल में पहुंचा तो पुलिस का मथा  ठनका। उसके बाद जब-पडतलकी गई थीतो सारा मामला सामने आ गया कि किस पीडिता तरह से अपराधी ने अपने साथियों के साथ कि पैसेकातवादा करनेवालेष्यक्ति की सरिया प्रेमजाल से हमला करके हत्या कर दी और उसके जाकर बाद अपना काम पूरा होने के बाद जमाना या तुडवकर जेल भी वापस पहुंच गया। बना प्रदेशका सबसे सनसनीखेजममला धमकी नवंबर 2019 में उस समय सामने आया युवती जब उन्नाय में जमानत पर बाहर आए लेजाकर आरोपियों द्वारा बलात्कार की शिकार को नेशदी जिंदाजलाकर मार डाला गया था।उन्नाव नहीं के बिहारथाना इलाके में रेप पीडिता कोपंच आरोपी लोगों ने उस समय मारपीट कर पेटोल दिन छिड़क कर जिंदा जला दिया था, जब वह शिवम कोर्ट में तारीखपर सुनवाई के लिए जारही जमाना थी। दिसम्बर 2018 में हुए गैंगरेप के बाद पीडिता ने थाने में शिकायत कर बताया था कि शिवम त्रिवेदी नाम के शख्स ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और फिर रायबरेलीले जाकर रेप किया पीडितने आरोपलगाया या कित्रिवेदी ने मोबाइल में उसका विडियो बना लिया था। विडियो वायरल करने की धमकी देकर वह लगातार रेपकरता रहा। युवती ने कहा कि शिवम ने कई शहरों में लेजाकर उसके साथ रेप किया। पीड़िता नेशदी के लिए दबाव बनाया लेकिन शिवम नहीं माना युवतीकोजलनेवालेएक अन्य आरोपी ने भी उससे रेप किया था जोकर दिन पहलेहीजमानापरबहर आया था। शिवम त्रिवेदी भी कुछ समय पहले ही जमाना परयहर आया था।


जमानत के बादभी पुलिसकर्मियों कोदिये जाएंनिगरानी केनिर्देश न्याय प्रणाली में अपराधियों के अधिकार में जमानत की व्यवस्था है। विभिन्न मामलों में विभिन्न आचरपरजमानत दे दी जाती है लेकिन शातिर अपरावी इस व्यवस्थाका नाजायज लाभ उदाते हैं और इसे अपनी साजिश का हथियार बना लेते हैं। जमना परछट कर आने के बाद जघन्य अपराचोको अंजाम देने से बचने के लिए ऐसीकोई व्यवस्था होनी चाहिये ताकि अपराची अपने मंसूबे मेकामयावन हो सके। इसके लिए जमानत पर छूट कर आये अपराधियों को स्वयं संबंधित थाना क्षेत्र में हाजिरी लगाने कोकहाजए और ऐसनकरने पर पुलिस प्रशासनउसअपरावीकोखोजकरनिगरानी रखे। इसके अलवाएकबारजमानत परछुटे अपराधी द्वारा दूसरे अपराधको अंजाम देने पर उस अपरावी के खिलाफ सख्तीबरती जाए ये तीनों घटनार वर्तमान में घटी है, जिसकीसभीकोजनकारीहै। इस तरह की दुसरीघटनाएभी देश के दूसरे दूरस्थ शहरों मेघटती रही है। इसलिए इन घटनओको गंभीरता से लेना चाहिये।