पिथौरागढ़ विमान यात्रियों पर मंडराते खतरे पर हाईकोर्ट सख्त

परमार्थ संदेश की खबर का असर


पिथौरागढ़ विमान यात्रियों पर मंडराते खतरे पर हाईकोर्ट सख्त


.भारत सरकार, हैरिटेज एविएशन, महानिदेशक विमानन एवं विमानन सुरक्षा ब्यूरो से जवाब तलब 30 साल पुराने विमान


 गाजियाबाद। हिंडन एयरपोर्ट से पिथौरागढ़ विमान सेवा का सपना अब दिल दहलाने वाला सपना बनकर सामने आ रहा है। इस सेवा में कंपनी द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे 30 साल पहले बना खटारा आये दिन खराब रहता है। कई बार हवा में यह विमान सराब हो चुच्चा है  और कई बार उड़ान ही नहीं भर विमानसका है। 11 अक्टूबर से शुरू ही यह विमान सेवा अधिकांशतः बंद खिलवाड़ रहती है। इस विमान सेवा के विमान पिथौरागढ़ जाने वाले यात्रियों के जीवन पर मंडराते खतरे के बारे में लिया परमार्थ संदेश नवंबर माह से विमानन लगातार अपनी खबरें प्रकाशित कर रहा है। फरवरी के द्वितीय संस्करण में भी परमार्थ संदेश ने 'ये कैसा कानूनः 15 वर्ष पुराने वाहनों पर रोक, 30 साल पुराना उड़ रहा है  विमान' शीर्षक से खबर प्रकाशित की है। विमान यात्रियों के जीवन से खिलवाड़ कर रही इस खतरनाक विमान सेवा के खतरों का उत्तराखंड को नैनीताल हाईकोर्ट ने संज्ञान में लिया है और भारत सरकार, विमानन कंपनी, एयरपोर्ट से दो सप्ताह में जवाब मांगा है। नैनीताल हाई कोर्ट ने उत्तराखंड में हवाई सेवा देने वाली कंपनी हैरिटेन एविएशन के हवाई सेवा में यात्रियों की सुरक्षा के मामले की सुनवाई करते हुए निदेशक हैरिटेन एविएशन, सचिव विमानन भारत न्यायाधीश सरकार, सचिव विमानन उत्तराखंड न्यायमूर्ति सरकार, महानिदेशक विमानन, ने महानिदेशक विमानन सुरक्षा ब्यूरो व सुनवाई एयरपोर्ट अथारिटी के चेयरमैन से दो इस लगाये सप्ताह में जवाब मांगा है। मुख्य किराया न्यायाधीश रमेश रंगनाथन एवं की न्यायमूर्ति आलोक वर्मा की संडपीठ एविएशन ने 12 फरवरी को इस मामले को कंपनी सुनवाई करते हुए गंभीरता दिखाई। पुराने इस मामले की याचिका पूर्व दर्जा जाने  खतरेपरहाईकोर्ट सख्त प्राप्त मंत्री डॉ. गणेश उपाध्याय ने हाई कोर्ट में कहा था कि प्रदेश में हैरिटेन एविएशन विमान सेवा संचालित करती है। यह कंपनी ऐसे विमान उड़ा रही है,जिनका निर्माण 1994 में ही बंद हो गया था। सरकार द्वारा जनता की जान की परवाह न करते हुए 30 वर्ष पुराने विमानों को उड़ाने की अनुमति हैरिटेज एविएशन को दे दी गई है। याचिका में उन्होंने कहा कि पूर्व में पंतनगर से पिथौरागढ़ की उड़ान के दौरान इस विमान का दरवाजा हवा में ही सूल गया था। इसके अलावा हिंडन से पिथौरागढ़ उड़ान के समय विमान का पहिया जाम हो गया था। याचिका में आरोप लगाये गये थे कि यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए हैरिटेन एविएशन कंपनी की गारंटी सीज कर कंपनी का परमिट निरस्त करने व पुराने विमानों को सेवा से बाहर किए जाने की मांग की गई थी।