कोरोना : खतरा कम - खौफ ज्यादा

कोरोना : खतरा कम - खौफ ज्यादा


सोशल व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया पर देखकर लोग मीडिया पर देखकर लोग हैं भयभीत


.सैकड़ों होली मिलन समारोह रद्द एक सौ पैंतीस करोड़ की जनसंख्या में केवल 39 लोग संक्रमित


गाजियाबाद। चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस आज दुनिया के 85 से ज्यादा देशों में फैल गया है। चीन के राष्ट्रपत्ति स्वयं भूमिगत हो गये हैं। पूरी दुनिया में 3280 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया के कई देशों में एक-दूसरे से हाथ मिलाने से लोग बच रहे हैं। बाजार से सैनेटाइनर गायब हो गये हैं। चीन में टायलेट पेपर के लिये लूट मची है। मक्का-मदीना में होने वाली जुमे की नमाज भी इस बार रद्द कर दी है। दुबई की सड़कें भी इस कोरोना वायरस के डर से वीरान हो गई हैं। अब यदि अपने देश में कोरोना वायरस का प्रभाव देखें तो हमारे देश में शुक्रवार तक 9 लोग संक्रमित पाये गये हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना यूरोपियन दौरा रद्द कर दिया है। दिल्ली व एन.सी.आर. में पांचवीं तक के स्कूलों को 31 मार्च तक बंद कर दिया है। तथा सरकारी दफ्तरों में बायोमैट्रिक हाजरी लगाने पर भी रोक लगा दी है। देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, मुख्यमंत्री उ.प्र. योगी आदित्यनाथ ने स्वयं भी होली न मनाने का निर्णय लिया है। लगभग 135 करोड़ जनसंख्या वाले देश में 39 लोग संक्रमित पाये गये हैं। पूरे देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 39 तक पहुंच गई है। इन 39 संक्रमित लोगों में से आधे लोग तो वह हैं जो दूसरे देशों से अपने साथ कोरोना वायरस लेकर भारत आये थे तथा ये लोग जहां भी अपने परिचितों के यहां रहने गये, वहीं उसी परिवार में कोरोना वायरस के लक्षण छोड़ आये। इस तरह पूरे देश में पैनिक फैला है। हर व्यक्ति अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। कोरोना को लेकर न केवल गाजियाबाद बल्कि पूरा देश आतंकित है। गाजियाबाद जनपद की संख्या लगभग 25 लाख से अधिक होगी, इतनी बड़ी जनसंख्या वाले जनपद में केवल एक रोगी राजनगर एक्सटेंशन में शुक्रवार को मिला था। यह व्यक्ति भी तेहरान से आया था। इस तरह गाजियाबाद में एक भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं है। लेकिन कोरोना के आतंक व दहशत की तस्वीर यहां के प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे पर देखी जा सकती है। लोग अपने परिचितों से भी तीन फुट दूर बैठकर बात करना पसंद कर रहे हैं। हाथ नहीं मिलाकर, दूर से ही हाथ हिला रहे हैं। होली के सारे कार्यक्रम धड़ाधड़ रद्द किये जा रहे हैं। सबएकदूसरे को देखकर आतंकित्त हो रहे हैं। जिस बीमारी से ग्रस्त अभी तक गजियाबाद में कोई स्थानीय नागरिक नहीं मिला है, उस वायरस को लेकर यहां इतनी दहशत क्यों है। जबकि इससे ज्यादा मरीज हर साल स्वाइन फ्लू व डेंगू के होते हैं। इन दोनों बीमारियों से लोग बचते तो हैं लेकिन इतनी दहशत नहीं मानते, जितनी कोरोना वायरस से मान रहे हैं। इसी दहशत ने इस बार होली भी बेरंग कर दी है। क्योंकि देश के प्रधानमंत्री सहित सभी सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों व मंत्रियों ने भी होली मिलन समारोहों से दूरी क्या बना ली है, सभी संस्थानों ने अपने होली समारोह रद्द कर दिये। जबकि सपा, बसपा, कांग्रेस व रालोद के नेता होली मिलन समारोह मना भी रहे हैं और दूसरे कार्यक्रमों में आ जा रहे हैं। बेशक सत्ता से बाहर होने के कारण इनें उतने दिल से आयोजकों द्वारा नहीं बुलाया जाता है, जितना सत्ता की कुर्सी पर बैठे जनप्रतिनिधि के लिये पलक पावड़े बिछाये जाते हैं। कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा इतना प्रचारित किया जा रहा है कि लोग अब बहुत ज्यादा दहशत में आ गये हैं। सवाल यह जरूर लोगों के दिल में आ रहा है कि क्या हमारे देश व हमारे जनपद में कोरोना वायरस इतना खतरनाक होने जा रहा है, जितना मीडिया जगत द्वारा हर घंटे प्रचारित करके डराया जा रहा है।


चीन में लोगखाते हैं जिन्दाकीड़े-मकोड़े चीन देश के मुकाबले हमारे देश के खानपान मे बहुत अन्तर है। हमारे देश में ज्यादातर लोगया तो शाकाहारी है अववादिमांसाहारीभी है तमासको अच्छी तरह से पकाकरवाते हैं जबकि चीन मे तो साप मेदक, कहे, बीटी. झीगर, चमगादड औरन जाने क्याक्वजिन्दाहीखा जाते है तो ऐसे में कोरोन वायस उनको नहीं होगा तो किसको होग?


केवल कोरोनाव ही लगाएं मास्क: डब्लू.एच.ओ


गाजियाबाद। डब्लूएच.ओ. (विश्व स्वास्थ्य संगठन) व विशेषज्ञों की माने | तेएक स्वस्थव्यक्तिको केहरे परमस्क पहनने की आवश्यकता नहीं है। ववव विशेषज्ञ डा.एली पेरेनवीच का परामर्श है कि कोरोना से बचाव के लिये मस्क पहनने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा है कि इसकी कोई गारटी हिस्से को बिल्कुल न छुए। एक बार नहीं है कि अगर स्वस्थ व्यक्तिमस्क प्रयोग किये गये मास्क को इसी तरह पहनता है तो वह इस वायरसकी चपेट सावधानी से जितनी जल्दी हो सके में नहीं आयेगा। डस्टबिन में डाल दें, उस मास्क का बचाव विशेक्षकाकहना है किजे दोबारा प्रयोगनकरें तयमस्क पहनते व्यक्ति कोरोना वायरस पीड़ित है य समय नाकवमास्क के बीच में बिल्कुल जिसे खांसी, जुकाम है उसेहीजस्र गपनरहे।डा.एली.ने यह भी बताया है मास्क पहनना चाहिये ताकिदसरेलोग कि90 प्रतिशत व्यक्ति मास्कको गलत इस वायरससे संक्रमितनहो। तरीके से पहनते है, मास्क एक बार डा. एली ने मस्क के प्रयोग की पहनने के बाद मास्कदोबारा प्रवेगनहीं जानकारी देते हएकहा है किपटटीसे होताही तो इसका नकसान भी हो पकड़कर पहनेव उतरे, उसके आगे के सकता है। मिलन समारोह मना भी रहे हैं और मीडिया द्वारा इतना प्रचारित किया जा